नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को टू-जी मामले की सुनवाई टाल दी है। एएसजी तुषार मेहता ने जस्टिस अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच से जवाब देने के लिए और समय की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को 15 दिसंबर तक जवाब देने का निर्देश दिया। मामले की सुनवाई 15 दिसंबर को होगी।
बता दें कि इसके पहले 17 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एल नागेश्वर राव ने टू-जी मामले की सुनवाई से अपने को अलग कर लिया था। पिछले एक नवंबर को जस्टिस चेलमेश्वर की अध्यक्षता वाली बेंच ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और वित्त मंत्रालय को आदेश दिया था कि टू-जी मामलों की जांच करनेवाले ईडी के अधिकारी राजेश्वर सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई न करें।
वहीं इस मामले को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने जस्टिस चेलमेश्वर की बेंच से अपनी कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया। लेकिन उनकी बेंच के जज जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने को सुनवाई से अलग कर लिया था। उसके बाद चीफ जस्टिस ने फिर जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस एल नागेश्वर राव की बेंच के समक्ष सुनवाई के लिए भेजा था। तब जस्टिस एल नागेश्वर राव ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया था।
साथ ही राजेश्वर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर अपने खिलाफ आधारहीन शिकायतों के मामले में सुरक्षा की मांग की है। राजेश्वर सिंह ने कहा है कि ऐसी ही याचिका सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय दायर कर चुकी है लेकिन जांच के बाद उनके खिलाफ कुछ नहीं पाया गया। वे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ एयरसेल-मैक्सिस डील मामले की जांच कर रहे हैं। उनके खिलाफ अनाम शिकायत की गई है। राजेश्वर सिंह ने इन शिकायतों को झूठा बताते हुए इनकी सीबीआई जांच की मांग की है।