उत्तराखंड

निजी अस्पताल कर्मचारी की हैवानियत का मामला

rurki निजी अस्पताल कर्मचारी की हैवानियत का मामला

रुड़की। जिले के एक निजी अस्पताल में अस्पताल कर्मचारी की हैवानियत का मामला सामने आया है। इस अस्पताल कर्मचारी ने आई सी यूं में भर्ती तीन दिन के मासूम बच्चे के रोने से परेशान होकर बच्चे का पैर तोड़ दिया है। अस्पताल कर्मचारी के द्वारा बच्चे के पैर को तोड़ने की पूरी घटना वहां लगे सी सी टी वी कैमरे में कैद हो गई है। सी सी टी वी फुटेज के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

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रुड़की से सटे गांव बेलड़ी निवासी वर्णिक के यहां 26 जनवरी को एक बच्चा पैदा हुआ बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसीलिए बच्चे को रुड़की के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया । जहां बच्चे को आई सी यू में रखा गया था 28 जनवरी की सुबह अस्पताल कर्मचारी आई सी यूं में कुछ काम कर रहा था और बच्चा रो रहा था। अस्पताल कर्मचारी बच्चे के रोने की आवाज से परेशान हो रहा था और बार बार उसे चुप करने का प्रयास कर रहा था। लेकिन बच्चा लगातार रो रहा था तो कर्मचारी को गुस्सा आया और उसने बच्चे को झटके से उठाया और पलट कर लिटा दिया ताकि उसके रोने की आवाज कम आये उसके बाद कर्मचारी बच्चे को थपथपा कर चुप करने की कोशिश करने लगा लेकिन बच्चा चुप नहीं हो पाया फिर कर्मचारी अपनी कुर्सी पर जाकर बैठ गया बच्चा लगातार रो रहा।

जिससे कर्मचारी का गुस्सा फूट पड़ा और वो तेजी से उठा और उसने गुस्से में तीन दिन के मासूम बच्चे के पैर को पकड़कर झटके से बच्चे का पैर तोड़ दिया जिससे बच्चा और ज्यादा रोने लगा कुछ देर बाद कर्मचारी ने बच्चे के पैर को देखा और वह समझ गया की बच्चे के पैर की हड्डी टूट चुकी है। उसके बाद कर्मचारी ने डॉक्टर को बच्चे के रोने की बात बताई तो डॉक्टर ने बच्चे के परिजनों को बताया की बच्चे की हालात खराब है और आप इसे देहरादून बड़े अस्पताल में ले जाइये।

बच्चे के परिजन बच्चे को लेकर देहरादून के एक अस्पताल पहुंचे जहां जांच के बाद उन्हें पता चला की बच्चे के बाएं पैर की हड्डी टूटी हुई है। जानकारी मिलते ही बच्चे के परिजन रुड़की के निजी अस्पताल पहुंचे और बच्चे के पैर की हड्डी टूटने का कारण पूछा और सी सी टी वी फुटेज की मांग की जिस पर अस्पताल के डॉक्टर ने उनके साथ अभद्रता कर दी। जिसकी शिकायत उन्होंने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की से की शिकायत मिलते ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पुलिस को अस्पताल से सी सी टी वी लाने को कहा पुलिस सी सी टी वी फुटेज लेकर आई तो फुटेज में बच्चे के पैर की हड्डी तोड़ता कर्मचारी साफ़ नजर आ गया। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत ही मुकदमा दर्ज कर लिया और आगे की जांच शुरू कर दी है।

एक निजी अस्पताल में मासूम बच्चे के साथ हुई अमानवीय हरकत रोंगटे खड़े करने वाली है और बीमारों और उनके तीमारदारो को डराने वाली भी है। आईसीयूं के अंदर मरीज को तब रखा जाता है जब मामला गंभीर हो और बेहतर सुरक्षा कवच की ज़रुरत हो। लेकिन अस्पताल कर्मी की आईसीयू में की गयी हरकत ने सबको हैरत में डाल दिया है।

rp SHAKEEL ANWER ROORKEE UTTARAKHAND निजी अस्पताल कर्मचारी की हैवानियत का मामलाशकील अनवर, संवाददाता

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