उन्नाव। हिंदुस्तान में फिल्मों को लेकर अक्सर विवाद सामने आते रहते है। निर्देशकों और एक्टरों के खिलाफ भी मामले दर्ज होते रहते है। आज उन्नाव के जिला सत्र न्यायालय में वकीलों द्वारा अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। जिसमें वकीलों का आरोप है कि फिल्म में कुछ सीन है जो की वकीलों और न्यायपालिका के संम्मान के खिलाफ है जिन्हें फिल्म के जरिये दर्शाया गया है। जिसको लेकर फिल्म को जिले की टाकीज में प्रदर्शित न किया जाए। और जहाँ ये फिल्म रिलीज की गयी है उन्हें जल्द से जल्द रुकवाया जाए। फिल्म के डायरेक्टर प्रोड्यूसर और एक्टर अक्षय कुमार को भी आरोपी बनाया गया है। जिसकी सुनवाई उन्नाव कोर्ट में 3 अप्रैल को की जायेगी।
इस बारे में राजेश कुमार (अधिवक्ता-परिवादी) का कहना है कि जब मैंने ये मूवी देखी तो इसमें जो अधिवक्ताओ के लिए दिखाया गया है अधिवक्ताओ के कार्यप्रणाली को जिस तरह से प्रदर्शित किया गया है वो काफी दोष पूर्ण रही है। अधिवक्ताओ को जैसे कचहरी कैम्पस में जुआ खेलते हुए दिखाया गया है और नाचते गाते दिखाया गया है इस तरह से अधिवक्ता समाज और हम अधिवक्ताओ की छबी बड़ी धूमिल होती है इसी तरह न्यायिकधिकारी के बारे में ये दिखाया गया है की न्यायिक अधिकारी के रोल में न्यायिक अधिकारी को नाचते गाते हुए दिखाया गया है इससे हमारे अधिवक्ता समाज और न्याय प्रणाली की गरिमा को गिराने का प्रयास किया गया है तथा इसकी छबी काफी धूमिल हुई है इस वजह से मैंने ये वाद दायर किया है।
अजय कुमार (अधिवक्ता के काउंसिल) का कहना है इस मुकदमे में इस फिल्म को दिनांक 10.02 2017 को प्रकाशित हुई पूरे भारत में जिसमे अधिवक्ता समाज,न्यायालय और न्यायिक अधिकारियो का मजाक उड़ाया गया है और फिल्म को इतना गलत तरीके से प्रदर्शित किया गया है जिससे अधिवक्ता समाज और न्यायिक अधिकारियो की गरिमा गिरी है जिस वजह से अपमानित महसूस करते हुए ये मानहानि का वाद दायर किया गया है जिस पर माननीय न्यायालय महोदय ने अपने हमारे तथ्यों को सुनने के बाद संतुष्ट होने के बाद मुकदमा पंजीकृत किया है और हमारे वादी आदरणीय राजेश कुमार जी के बयान के लिए दिनांक तीन चार तिथि नियुक्त हुई।
-अनूप कुमार