चंडीगढ़। पंजाब में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बदलाव की वकालत करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 31 मार्च तक नई सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली ई-पोस को लागू किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि इस वितरण के लागू होने के बाद नील कार्डों के जरिए राशन वितरण की व्यवस्था बंद कर दी जाएगी,जिससे फर्जी राशन कार्डों से राशन लेने पर रोक लग जाएगी। सीएम ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने के बाद फर्जी राशन कार्डों के जरिए सामग्री लेने वालों पर रोक लगेगी और सही लोगों को व सही हाथों में राशन जाएगा।
उन्होंने निर्देश दिया कि नई प्रणाली को ठीक तरीके से लागू किया जाए। वहीं खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव केपी सिन्हा ने कहा कि 1600 इंस्पेक्टरों की तैनात नई राशन वितरण प्रणाली को लगा दिया गया है। ये राशन के गोदाम से लेकर लोगों के हाथों में राशन पहुंचने तक की मॉनीटरिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि कंप्यूटरीकृत इस नई ई-पोस प्रणाली से सही तरीके से राशन वितरण व्यवस्था को लागू किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस मशीन को बायोमीट्रिक आधार के जरिए लिंक किया गया है। इससे लाभार्थियों की पहचान और विभाग के कार्यप्रणाली और पारदर्शी हो जाएगी।
इसके साथ ही भार तोलने वाली मशीन व आई स्कैनर को भी लिंक किया गया है। इसके जरिए सही लाभार्थियों को सही पूरी मात्रा में राशन सामग्री मिलेगी। उन्होंने बताया कि मोहाली में इस पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया जा चुका है। 34485 लार्भाथियों को इसका लाभ मिल रहा है। इसके बाद इसे पटियाला, मानसा व फतेगहढ़ साहिब में भी 26 जनवरी से लागू कर दिया जाएगा। सूबे के बाकी जिलों को इस नई राशन वितरण प्रणाली के साथ 31 मार्च तक जोड़ दिया जाएगा।