चंडीगढ़। कांग्रेस को पंजाब सूबे में भारी विजय दिलाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया है। ऐसे में वो 16 मार्च को राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि बदले की राजनीति नहीं करूंगा। राज्यपाल से मिलने के बाद कैप्टन अमरेंद्र बोले, जीत के बाद पीएम मोदी से बात हुई थी, प्रधानमंत्री ने भरोसा दिया है कि पंजाब को जिस तरह की मदद चाहिए, सरकार देगी। वहीं, सुखबीर सिंह बादल ने भी कैप्टन साहब और उनकी पार्टी को बधाई दी। वो बोले कि एक जिम्मेदार विपक्ष की तरह हम पंजाब को हर तरह से सपोर्ट करेंगे।
पंजाब में 117 सीटों में से 77 पर कांग्रेस के जीतने का सबसे ज्यादा श्रेय कैप्टन अमरिंदर सिंह को ही दिया जा रहा है। सीएम पद की शपथ लेने से पहले कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि यदि जांच में किसी का नाम आता है तो हम उसे देखेंगे। ड्रग्स कारोबार चलाने के आरोपों से घिरे निवर्तमान मंत्री बिक्रम मजीठिया पर कार्रवाई के सवाल के जवाब में अमरिंदर सिंह ने यह बात कही।
अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘ड्रग की समस्या से निपटने के लिए मनोचिकित्सकों की जरूरत होगी। हमारी सरकार के समक्ष दो मुद्दे होंगे। पहला शिक्षा और दूसरा स्वास्थ्य। इन दोनों क्षेत्रों में हम सुधार की कोशिश करेंगे।’ इस दौरान, सिद्धू की भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी जरूरी होगा पार्टी बैठक में वैसा निर्णय लिया जाएगा। जबकि सूत्रों की माने तो कांग्रेस सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू डिप्टी सीएम बन सके हैं।
अमरिन्दर सिंह शपथ ग्रहण के ठीक 12 दिन बाद ही 28 मार्च को सतलज-यमुना लिंक नहर के मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी है। ऐसे में एसवाईएल मामले पर उन्होंने कहा कि वह पहले यह देखेंगे कि नदियों में पानी कितना है। बता दें कि बीते साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट की ओर से 2004 के ऐक्ट को खारिज करते हुए एवाईएल अग्रीमेंट को असंवैधानिक करार दिए जाने के के विरोध में अमरिंदर ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया था।