लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मिली हार को बसपा अब तक स्वीकार नहीं कर पाई है। पार्टी अब तक कई नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। नेताओं को बाहर निकालने की कड़ी में बुधवार(10-05-17) को पार्टी के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी और उनके बेटे अफजल सिद्दकी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
बसपा की ओेर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दकी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण निलंबित कर दिया गया है। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बसापा नेता सतीश मिश्रा ने कहा, दिल्ली विधानसभा में जो दिखाया गया वो गंभीर है, हम मानते हैं कि ईवीएम हैक हो सकता है।
सतीश चंद्र मिश्रा ने नसीमुद्दीन पर टिकट देने के बदले पैसा लेने, अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।
मिश्रा ने कहा कि नसीमुद्दीन ने पश्चिमी यूपी में बेनामी संपत्ति बनाई है और बूचड़खाने लगाए हैं। उन्होंने बीएसपी सरकार के नाम पर लोगों से पैसे वसूले और पार्टी के नाम से भी पैसे लिए गए। वहीं नसीमुद्दीन पर बेटे को आगे करने का भी आरोप था, इस बात को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष था।
नसीमुद्दीन के बेटे अफजल सिद्दीकी ने कहा कि हमने पूरी निष्ठा के साथ काम किया है, ये सभी जानते हैं। इसके बावजूद ऐसा निर्णय लिया गया है। हमें नहीं मालूम ऐसा क्यों हुआ। हम प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अपनी बात सबके सामने रखेंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश चुनावों में करारी हार के बाद एक्शन लेते हुए बहुजन समाज पार्टी ने पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को सभी पदों से हटाया दिया था। कहा गया था कि सिद्दीकी केवल राष्ट्रीय सचिव पद पर ही बरकरार रहेंगे। आपको बता दें कि मायावती ने पार्टी में बड़े बदलाव के संकेत भी दिए थे।