नई दिल्ली। सूबे के कई जिलों की सीमाएं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से जुड़ी हुई हैं। इन्ही सीमाएं के जरिए अक्सर घुसपैठ और तस्करी की वारदातें होती रहती है। इन सीमाओं की निगरानी की जिम्मेदारी बीएसएफ को दी गई है। बीएसएफ पूरी तरह से चौकन्नी होकर ये जिम्मेदारी निभा रही है। लेकिन फिर भी इस तरह की घटनाएं हो रही है। अब इन घटनाओं को रोकने के लिए बीएसएफ ने नई नीतियां बनाई हैं।
बीएसएफ ने अब सीमावर्ती इलाकों के लोगों पर नजर रखने के साथ इनके पाकिस्तान में आने जाने वाले व्यक्तियों और रिश्तेदारों पर ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। क्योंकि इस सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान से कई घरों की रिश्तेदारियां हैं। यहां पर कई बार लोग पाकिस्तान जाते हैं और वहां से कई इनके रिश्तेदार यहां आते हैं। बीएसएफ अब स्थानीय पुलिस के सहयोग से इनका रिकॉर्ड तैयार कर रही है। इसके साथ ही बीएसएफ यहां पर बायोमैट्रिक रिकॉर्ड तैयार करने की योजना बना रही है।
भविष्य में बीएसएफ की इस योजना से जहां घुसपैठ की वारदातों पर लगाम लगेगी वहीं इससे लोगों की पहचान करने में भी सार्थकता मिलेगी। इसके साथ ही इस इलाके के लोगों का डाटाबेस भी तैयार हो जायेगा। इसके साथ ही अगर बायोमैट्रिक का प्रयोग शुरू हो गया तो नाम बदल कर पहचान बदल कर सीमा में घुसपैठ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा सकेगी। इसके साथ ही सीमा पर लगे सीसीटीबी कैमरों की तर्ज पर अब इन सीमावर्ती गांवों में भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर सीसीटीबी कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है।