नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र भरने के बाद एम. वेंकैया नायडू उस वक्त भावुक हो गए जब वह मीडिया से रूबरू हो रहे थे। 68 वर्षीय नेता ने भाजपा को अपनी मां का दर्जा देते हुए कहा कि, मेरी मां के निधन के बाद पार्टी ने मुझे संभाला। इस दौरान उनकी आंखें नम हो गईं।
बता दें कि मंगलवार को संसद भवन परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एम. वंकैया नायडू ने कहा कि मेरी मां की मौत मेरे बचपन में ही हो गई। मैंने अपनी पार्टी को अपनी मां समझा। आज उसी का नतीजा है कि पार्टी ने मुझे ये मुकाम दिया है। मुझे पार्टी ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया यह मेरे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति पद मिलने के बाद मैं इस पद की गरिमा बरकरार रखूंगा। नायडू ने कहा कि उपराष्ट्रपति के पद की अलग महिमा होती है मुझे उम्मीद है कि मैं इस पद के साथ न्याय कर पाऊंगा।
वहीं नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए वेंकैया नायडू ने कहा कि वो उम्मीदवार बनाए जाने से गौरव का अनुभव कर रहे हैं। चार दशक की उनकी राजनीति का ये सबसे अहम पल है। उन्होंने राजग का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का धन्यवाद जताया। उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में राजग के घटक दलों की ओर से समर्थन जताए जाने पर नायडू ने सभी दलों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि अब मैं पार्टी का सदस्य नहीं हूं। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी मैने इस्तीफा दे दिया है। निश्चित तौर पर पार्टी से दूर होने का मुझे दुख रहेगा।
नायडू ने कहा कि वह उपराष्ट्रपति के रूप में निष्पक्ष होकर संसदीय व्यवस्था को मजबूत बनाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कई महान व्यक्ति उपराष्ट्रपति पर पर आसीन रह चुके हैं, किंतु मैं सांसद बना रहूंगा और वोट भी करूंगा।
उपराष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में नायडू के मुकाबले विपक्ष ने गोपालकृष्ण गांधी को मैदान में उतारा है। वह महात्मा गांधी के परपोते हैं| उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान 5 अगस्त को होगा। इसी दिन चुनाव परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। अगर मतों के आंकड़े पर गौर करें तो नायडू के उपराष्ट्रपति बनने की राह साफ है।