गांधीनगर। गुजरात चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। गुजरात के मौजूदा मुख्यमंत्री विजय रुपाणी पर सेबी ने शिंकजा कसते हुए उनकी हिंदू अविभाजित परिवार सहीत 22 संस्थाओं और व्यक्तियों को कंपनी सारंग केमिकल्स के साथ व्यापार करने में हेराफेरी का दोषी पाया है। सेबी ने अपनी जांच में पता लगाया है कि ये 22 संस्थाएं एक दूसरे से जुड़े हुई हैं और उन पर कुल 6.9 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक सेबी ने अपने आदेश में कहा है कि जिन इकाइयों को नोटिस भेज गए हैं उन लोगों ने व्यापार में फायदा पाने के लिए एक दूसरे के शेयर में बड़ी मात्रा में कारोबार करना शुरू कर दिया था।
सेबी ने बताया कि इन लोगों से आकर्षित होकर जब दूसरे निवेशकों ने कारोबार शुरू किया तो इन समूह कि इकाइयों ने बढ़ी हुई कीमतों पर शेयरों की बिक्री शुरू कर दी। जोकि व्यापारिक कानून के हिसाब से गैर कानूनी क्षेणी में आता है। सेबी के एक अधिकारी ने बताया कि अब रुपाणी के एचयुएफ से 15 लाख का जुर्माना वसूला जा रहा है। इसके अलावा तीन लोगों को 70-70 लाख रुपये या उससे ज्यादा रकम भरनी होगी। सेबी का कहना है कि जुर्माने की राशि उल्लंघन के अनुरुप ही तय की गई है।
इन 22 नामों में दो ब्रोकर हैं, जिनके जरिये कारोबार किया गया था। उन दोनों से 8-8 लाख रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। कथित हेरफेर भरे सौदे जनवरी, 2011 से जून, 2011 के बीच किए गए थे।सेबी ने मई, 2016 में इन 22 निकायों को प्रतिभूति बाजार से संबंधित धोखाधड़ी एवं गलत कारोबार व्यवहार पर निषेध के नियम के तहत उल्लंघन करने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किए थे। इस सूची में रुपाणी के हिंदू अविभाजित परिवार का 18वां नंबर था।