नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती की आग शांत होने का नाम नहीं ले रही है। राजस्थान के साथ पूरे देश में फिल्म के प्रदर्शन को रोकने के लिए लोग सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं। जगह-जगह फिल्म के पोस्टरों में आग लगाई जा रही है। इसके साथ ही फिल्म के किरदारों के पोस्टरों को आग के हवाले किया जा रहा है। इस फिल्म के विरोध और पक्ष में कई राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल हो गए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने फिल्म का समर्थन किया तो हरियाणा के बीजेपी संयोजन सूरज पाल अमू ने इशारों-इशारों में ममता बनर्जी को शूपर्णखा बताते हुए उनका नाक काटने की धमकी दे डाली है।
ये धमकी उसी बीजेपी नेता ने दी है जिसमें फिल्म में पद्मावती का अभियन करने वाली दीपिका पादुकोण का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ का इनाम देने का प्रस्ताव रखा है। बयान के बाद पुलिस ने उन पर केस दर्ज किया था। इशके बाद अमू ने कहा कि पुलिस उन्हे गिरफ्तार करके देखे। वो अपने बयान पर अडिग हैं। इसके अलावा उन्होने कहा था कि वो अपने बयान पर कायम रहेंगे चाहे पार्टी में रहे या ना रहे वैसे उनका कहना था कि ये बयान बतौर राजपूत किया है ना कि पार्टी के कार्यकर्ता की हैसियत से।
बताते चलें कि फिल्म आने वाले 1 दिसम्बर को रिलीज होने वाली थी। लेकिन फिल्म का व्यापक विरोध देखते हुए सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेटन नहीं मिलने के चलते रिलीज डेट आगे बढ़ा दी है। फिलहाल फिल्म के प्रदर्शन को लेकर काफी हंगामा हो रहा है। राजपूत समुदाय का मानना है कि फिल्म में इतिहास के तथ्यों से छेड़छाड की गई है। विवाद के कारण देश के कई राज्यों में फिल्म के प्रदर्शन पर बैन लगा दिया गया है।