इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस में चल रही खींचतान मीडिया में खासा सुर्खियां बना रही है। एक तरफ जहां गुजरात में 15 दिनों के अंदर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दूसरी बार दौरा कर रहे हैं तो दूसरी तरफ राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में बीजेपी अपनी रणनीति के तहत काम कर रही है। राहुल गांधी ने इस बार मध्य गुजरात में दौरा करने का फैसला किया है। मंगलवार को गुजरात में राहुल गांधी का दूसरा दिन है।
साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं। बीजेपी के लिए यह चुनाव नाक का सवाल है। लेकिन कांग्रेस की तरफ से भी बिल्कुल भी ढील नहीं दी जा रही है। यही कारण है कि गुजरात में काग्रेस की कमान उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संभाल कर रखी हुई है। गुजरात में राहुल गांधी लगातार बीजेपी के खिलाफ माहौल बना रहे हैं तथा अपने लिए रास्ता साफ करने में लगे हुए हैं। राहुल गांधी अपनी रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। गुजरात में लगातार पीएम मोदी को जीएसटी, नोटबंदी तथा बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को लेकर निशाना बनाया जा रहा है।
गुजरात में राहुल गांधी ने साफ तौर पर पीएम पर आरोप लगाया है कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू करने से पहले किसी के बारे में नहीं सोचा तो दूसरी तरफ बीजेपी अपनी रणनीति से राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र यूपी के अमेठी में राहुल को निशाने पर ले रही है। मंगलवार को बीजेपी की तरफ से यहां कई योजनाओं की शुरुआत की गई और राहुल गांधी पर आरोप लगाया गया। यहां तक की अमित शाह ने राहुल गांधी से उनकी तीन पीढ़ियों का हिसाब ही मांग लिया। मंगलवार को गुजरात में बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस और अमेठी में बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ डटकर खड़ी रही है। अमेठी में बीजेपी के दिग्गज नेता एक के बाद एक राहुल गांधी को अपने निशाने पर ले रहे हैं।
अमेठी से राहुल गांधी सासंद हैं वह बीजेपी दिग्गज नेता स्मृति ईरानी को हराकर सांसद बने थे। लेकिन बीजेपी की तरफ से आरोप लगाया जा रहा है कि जो काम जीतने के बाद राहुल गांधी ने अमेठी के लिए नहीं किया, वही काम स्मृति ईरानी ने अमेठी में हार के बाद किया है। जहां राहुल गांधी गुजरात में आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी आने के बाद देश में बेरोजगारी काफी बढ़ी है तो दूसरी तरफ अमेठी में बीजेपी ने आरोप लगाया है कि अमेठी के लिए राहुल ने कुछ भी नहीं किया है। आपको बता दें कि गुजरात से पहले राहुल गांधी अमेठी में दौरा कर के आए थे, इसी को आधार बनाकर बीजेपी की तरफ से साफ कहा गया है कि अमेठी को राहुल गांधी दरकिनार करते हैं और बीजेपी के डर के कारण ही वह अमेठी में दौरा करने के लिए आए थे।