मुंबई। फिल्में सिर्फ तीन चीजों की वजह से चलती है एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट, एंटरटेनमेंट और मैं एंटरटेनमेंट हूं……फिल्म द डर्टी पिक्चर का विद्या वालन का ये डायलॉग तो हर किसी को भा गया था, लेकिन जिस किरदार के लिहाज से ये डॉयलॉग बोला गया था वो थी सिल्क स्मिता। अपने बोल्डनेस से पर्दे पर आग लगाने वाली सिल्क स्मिता का आज जन्मदिन है। आइए जानते हैं स्लिक स्मिता की जिंदगी के जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से-
सिल्क स्मिता आंध्र प्रदेश में राजमुंदरी के एल्लुरु में सिल्क स्मिता का जन्म हुआ था। स्मिता का असली नाम विजयलक्ष्मी था। बाद में उनका नाम स्मिता पड़ा और शोहरत मिलने तक वो सिल्क स्मिता बन गईं। उनकी शोहरत का आलम ये था कि फिल्में वितरक तभी खरीदते थें जब उसमें सिल्क को कोई गाना हो।
सिल्क ने सिर्फ चौथी क्लास तक पढ़ाई की और फिल्मों में मेकअप असिस्टेंट का काम मिला। इसके बाद ही ग्लैमर की दुनिया में उनका आना तय हो गया। 1979 में एक मलयालम फिल्म इनाये थेडी में पहली बार पर्दे पर उतरी सिल्क ने दूसरी हिरोइनों के अपोजिट गोरी और पतली ना होते हुए भी आग लगा दी।
1980 में रिलीज हुई फिल्म वांडी चक्रम में स्मिता को करियर का बड़ा ब्रेक मिला। उसमें उन्होंने अपने किरदार को खुद डिजाइन किया और मद्रासी चोली को फैशन स्टेटमेंट बना दिया। 1980 से लेकर 1983 के दौर में सिल्क ने करीब 200 फिल्मों में अपना जलवा बिखेरा। सिल्क की शोहरत का आलम ये था कि उस वक्त में बड़ा से बड़ा निर्देशक और एक्टर उनका एक गाना अपनी फिल्म में जरुर रखते थे। इसमें कमल हासन, चिरंजीवी और भारती राजा भी शामिल थे।
हालांकि उनकी निजी जिंदगी में चलती परेशानियों के कारण उनका करियर ढलान पर आने लगा। निर्माता बनने के उनके फैसले ने उनके पैसे डूबो दिए। घाटे से उनके मन पर गहरा सदमा पहुंचा और 23 सितंबर को उनकी लाश पंखे से लटकती मिली। साउथ की सेसंशन सिल्क का किरदार विद्या बालन ने खूबसूरती से निभाया था।