पटना। देश की बढ़ती जनसंख्या को लेकर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता प्रकट की। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि मानव विकास मिशन के तहत 2021 तक जनसंख्या को स्थिर करने का राज्य सरकार ने निर्णय लिया है। उन्होंने जनसंख्या स्थिरीकरण के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर बिहार सरकार ने ये फैसला लिया है कि साल 2021 तक राज्य में प्रजनन दर को कम किया जाएगा,जिसके लिए एक कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगाी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरीए कुल प्रजनन दर को कम करने को लेकर और गर्भनिरोधक प्रजनन दर को बढ़ाने का काम किया जाएगा।
पाण्डेय ने कहा कि कार्यक्रम को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की उपस्थिति में गोपालगंज में की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सुशील कुमार मोदी की उपस्थिति में गोपालगंज में गर्भनिरोधक सुई और साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली बाटी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मानव विकास मिशन के तहत 2021 तक कुल प्रजनन दर को 2.4 फीसदी करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने इसको धरातल पर उतारने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस कार्यक्रम को घर-घर तक पहुंचा लोगों को इस मिशन के जागरूक करें । मंत्री ने बताया कि आशा द्वारा लाभार्थियों को उत्प्रेरित करने हेतु 100 रूपये दिया जायेगा। वर्तमान में बिहार राज्य का (टीएफआर) 3.2, अपूरित मांग (यूएन) 21.2 एवं गर्भनिरोधक प्रचलन दर 23.2 है। मंगल पांडेय ने कहा कि कुल प्रजनन दर को कम करने के उद्देश्य से राज्य में स्थाई सुविधा यानि महिला बंध्याकरण एवं पुरूष नसबंदी तथा अस्थाई सुविधाएं उपलब्ध हैं 1