बिहार। बिहार में इन दिनों राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। सियासी घमासान के बीच मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। बैठक में 17 एजेंडों पर मुहर लगाई गई है। मंगलवार को मंत्रिमंडल ने खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। बिहार कैबिनेट की इस बैठक में फैसला किया गया है कि राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और राशन वितरण की मॉनीटरिंग के लिए जिला से लेकर वार्ड तक सतर्कता समिति का गठन किया जाएगा। बैठक में आरोपों से घिरे हुए बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल हुए।
इस समिति में नगर विकास विभाग, सहकारिता विभाग के साथ पिछड़ा और अति पिछड़ा विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग, पंचायती राज विभाग के मंत्री को बतौर सदस्य शामिल किया गया है। राज्य स्तर पर गठित होने वाली सतर्कता समिति की अध्यक्षता खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री करने वाले हैं। इस श्रेणी में समिति में जिन भी विभागों के मंत्री रहेंगे उनके साथ प्रधान सचिव भी शामिल होंगे। समिति में सरकार की तरफ से चिन्हित सदस्य तथा 10 विधान पार्षित भी इसमें शामिल होंगे।
बैठक खत्म होने के बाद सीएम नीतीश कुमार के पास डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव तथा तेजप्रताप यादव पहुंचे। लेकिन इस बीच उनमें क्या क्या बात हुई है इसका पता अभी तक नहीं लग पाया है। करीब 6 बजे शुरू हुई बैठक अब खत्म हो चुकी है। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बैठे थे। इस बैठक कांग्रेस नेता भी शामिल हुए हैं। बैठक में कांग्रेस नेता अशोक चौधरी भी मौजूद रहे। हालांकि इस बैठक के बाद क्या फैसला आता है इस पर अटकलें तेज हो गई है।