उत्तराखंड। उत्तराखंड के बद्रीनाथ मार्ग पर हाथीपहाड़ में चट्टान से हाईवे पर पत्थर गिरने लगे उसके बाद राहत और बचाव का कार्य जारी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि भूस्खलन में फिलहाल कोई भी तीर्थयात्री नहीं फंसा हुआ है। उन्होंने कहा बीआरओ और अन्य एजेंसियां मलवा हटाने और रास्ता खाली करने में जुटी हुई हैं और आज रास्ते को फिर से खोल दिया जाएगा. रावत ने बताया कि करीब 1800 पर्यटक इससे प्रभावति हुए है। लेकिन सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया हैं।
कब हुआ हादसा
शुक्रवार को दोपहर में हाथीपहाड़ में चट्टान से हाईवे पर पत्थर गिरने लगे। करीब साढ़े तीन बजे हाथीपहाड़ पर चट्टान टूटकर गिर गया जिसके चलते 50 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हाथीपहाड़ के दोनों ओर 500 से अधिक वाहन खड़े हैं। इसके साथ ही हाईवे बाधित होने की वजह से यात्रा रोक दी गई है। लिहाजा यात्रियों को दुर्घटनास्थल से करीब 200 मीटर पीछे ही रोक दिया गया था। 1500 यात्रियों के फसें होने की थी उम्मीद।