उत्तराखंड। देश भर में भारी बारिश को लेकर तबाही-तबाही मची हुई है। ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और साथ ही कई लोगों को तो अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया। पहले तो बारिश ने उड़ीसा में काफी कहर मचाया और फिर उसके बाद बिहार, महाराष्ट्र सहित कई सूबों में तो बारिश काल का रूप धारण करके कहर बरपा रही है। केंद्र सरकार मुंबई के हालातों को तो सुधारने में ही नाकाम सी साबित हो रही है। वहां से अत्यधिक बारिश के कारण लगातार लोगों के मारे जाने की खबरें आ रही हैं। ऐसे ही अब देवभूमि उत्तराखंड़ के हालात भी कुछ ठीक नही लग रहे है। मौसम विभाग मुंबई सहित उत्तराखंड़ के लिए भी रोजाना एक नई चोतावनी दे रहा है। उत्तराखंड़ में बीते 48 घंटों से हो रही ही लगातार बरसात से गढ़वाल में लोगों का जनजीवन बिखरा पड़ा है। यहां तक की छुट्टीयां बिताने के लिए आए पर्यटकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हर साल की तरह बरसात से होने वाली हानीयों में सबसे पहले यातायात चलने वाले हाईवें आपदा का शिकार होते हैं। ऐसे ही अबकी बार भी 48 घंटों से हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे लगभग 3 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गया है।
उत्तराखंड़ में 48 घंटों से हो रही बारिश से बदरीनाथ हाईवे क्षतिग्रस्त होने के कारण प्रशासन ने घूमने आए हुए सभी यात्रीयों को सुक्षित जगहों पर ही रोक दिया है। साथ ही बदरीनाथ हाईवे का मलबा ग्रामीण क्षेत्रों में भी आ गया है, जिसके कारण 100 से भी ज्यादा लिंक रोड प्रभावित हुई है। इसी के साथ देहरादून और हरिद्वार में गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे नदी और नाले भी अब अपनी सीमायों को पार कर चुके हैं। जिसके कारण लोगों के घरों में पानी भर गया और वहां के निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। टीहरी झील का जलस्तर भी 817 मीटर तक पहुंच गया है और यमुना का जलस्तर भी अपने खतरे के निशान पर के करीब बह रही है।
शासन और प्रशासन ने सभी जनपदों के जिलाधिकारी को मौसम के ऐसे हालांतों को देखते हुए नदी के किनारे बसे इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिए और सभी लोगों को सतर्क रहने के संकेत दे दिए हैं। लामबगड़ में बादरीनाथ हाईवे के क्षतिग्रस्त होने की वजहा से प्रशासन ने लगभग 250 से ज्यादा यात्रीयों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है। भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग में चल रहे भूस्खलन से भी केदारनाथ हाईवे प्रभावित हो गया है और साथ ही लोगों का काफी नुकसान भी हुआ है। भूस्खलन में एक से ज्यादा घरों सहित 4 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई है। इलाके के SDM चकराता बृजेश कुमार ने राजस्व टीम को प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल जाने के आदेश जारी किए हैं। अब मौसम विभाग के अनुसार सूबे में अगले 48 घंटे काफी दिक्कतों के साथ बीतेंगे।