नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने का कहना है कि वो बेनजीर भूट्टो की हत्या को लेकर किए गए फैससे से संतुष्ट नहीं है वो इसके खिलाफ अपील दायर करेंगे। दरअसल बेनजीर की हत्या के मामले में पांच आरोपियों को बरी कर दिया गया था। जिससे आसिफ अली नाखुश हैं। दो बार पाकिस्तान की प्रधांनमंत्री रह चुकी बेनजीर भूट्टो की 27 दिसंबर 2007 को चुनावी रेली के दौरान बम विस्फोट और बंदूक के हमले के कारण मौत हो गई थी। इस हमले 20 और लोगों की मौत हो गई थी।
बता दें कि आतंकवाद निरोधक अदालत ने इस सप्ताह मामलें में सबूत के अभाव में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के पांच संदिग्धों को बरी कर दिया था। जबकि कोर्ट ने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को 17 साल के कारावास की सजा सुनाई थी। और पूर्व तानाशाह और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भगोड़ा करार दिया था और अधिकारियों को उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया था। एक संयुक्त जांच दल ने मामले में मुशर्रफ को यह कहते हुए आरोपित किया था कि उनकी सरकार ने बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद बेनजीर को रैली के दौरान पर्याप्त सुरक्षा नहीं मुहैया कराई थी।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईद की नमाज पढ़ने के बाद सिंध प्रांत के नवाबशाह में जरदारी का कहना है कि हम इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। हम इसके खिलाफ अपील दायर करेंगे। गत गुरुवार को एटीसी का फैसला आने के बाद बेनजीर की बेटी आसिफा भुट्टो जरदारी ने अपने ट्वीट में कहा था जब तक परवेज मुशर्रफ अपने अपराधों के लिए जवाब नहीं देते हैं तब तक न्याय नहीं होगा। जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने एटीसी के फैसले को निराशाजनक बताकर खारिज किया है और उसने कहा है कि फैसले को चुनौती देने के लिए वह कानूनी विकल्पों को तलाशेगी।