नई दिल्ली। साल 2017 क्रिकेट प्रेमियों के लिए बहुत ही अच्छा साल साबित हुआ है। भारत ने इस साल लगातार टेस्ट सीरीज और वनडे सीरीज जीतकर रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया है, लेकिन इसी साल भारतीय क्रिकेट को जबरदस्त झटका भी लगा। जब भारतीय टीम के तेज गेंदबाद आशीष नेहरा ने क्रिकेट से सन्यास ले लिया। इस बात की घोषण खुद आशीष नेहरा ने ही की थी। उन्होने कहा था कि एक नवंबर भारत और न्यूजीलैंड के बीच में होने वाला टी-20 मैच उनका आखिरी मैच होगा और वो इस मैच के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे।
बता दें कि ये मैच आशीष के होम ग्राउंड यानी के दिल्ली के फिरोजशाह स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच की सबसे खास बात ये थी कि टीम के खिलाड़ियों ने अपने इस प्लेयर को इस मैच में जीत के साथ विदाई दी। किसी भी खिलाड़ी के लिए ये पल बहुत मायने रखता है जब वो अपना आखिरी मैच खेले और उसमे उसकी टीम जीत जाए। ऐसे मैच को खिलाड़ी जीवनभर याद रखता है। पने आखिरी मैच में विदाई के बाद आशीष ने कहा कि उन्होंने 20 साल पहले दिल्ली के इसी स्टेडियम में राणजी ट्रॉफी का मैच खेलकर क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने कहा था कि वो हमेशा से कामयाबी के साथ सन्यास लेना चाहते थे और मेरी टीम ने इस मैच में जीत दर्ज कर मुझे ये मौका दे ही दिया।
आपको बता दें नेहरा ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला मैच साल 1999 में खेला था। नेहरा अभी तक 117 टेस्ट, 120 वनडे और 26 टी-20 मैच खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 44 टेस्ट, 157 वनडे और 34 टी-20 विकेट लिए। बताते चलें कि उन्हें साल 2003 के वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 23 रन देकर छह विकेट लेने के लिए याद किया जाता है।सौरव गांगुली की कप्तानी में नेहरा ने अपना वनडे करियर शुरू किया। 24 जून 2001 को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ नेहरा ने अपना पहला वनडे मैच खेला। इस मैच में नेहरा ने 10 ओवर गेंदबाज़ी करते हुए 33 रन देकर दो विकेट लिए थे। नेहरा ने सौरव गांगुली के कप्तानी में सबसे ज्यादा वनडे मैच खेलने में सफल हुए।
राहुल द्रविड़ के कप्तानी में भी नेहरा ने कुछ वनडे खेले। 2005 से लेकर 2009 के बीच बार बार इंजुरी और सर्जरी के वजह से नेहरा को करीब चार साल तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। 26 जून 2009 को महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी में नेहरा की चार साल के बाद वनडे में वापसी की। 21 और 24 दिसंबर 2009 को वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी में भी नेहरा ने दो मैच खेले। 28 नवंबर और 10 दिसंबर 2010 के बीच गौतम गंभीर के कप्तानी में आशीष नेहरा ने पांच वनडे मैच मैच खेले। नेहरा ने 2001 से लेकर 2011 के बीच 120 वनडे मैच खेले और 157 विकेट लेने में कामयाब रहे।