नई दिल्ली। भारत और डोकलाम विवाद को लेकर सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत का कहना है कि चीन इस वक्त अपनी यथास्थिति बदलने के बारे में सोच रहा है और वो डोकलाम जैसी गतिविधियों को आगे दौहराने की कोशिश कर सकता है। रावत का कहना है कि इसको लेकर हमें सतर्क रहने और चिंता करने की जरूरत है और मुझे लगता है कि चीन की ये गतिविधियां भविष्य में बढ़ सकती हैं। रावत ने कहा कि डोकलाम विवाद और क्षेत्र को लेकर विवादित दावे लगातार जारी हैं। यह वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी के निर्धारण पर अलग-अलग धारणाओं के कारण हैं।
बता दें कि रावत ने कहा कि चीन की सेना के साथ फ्लैग मीटिंग के दौरान भारतीय थल सेना शुरू से ही ये बात कहती रही कि दोनों पक्षों को 16 जून से पहले की जगहों गतिरोध शुरू होने से पहले पर लौट जाना चाहिए लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने कहा कि अब यह कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर हो रहा है क्योंकि इसे कूटनीति और राजनीतिक पहलों के जरिए सुलझाने की जरुरत है। रावत ने कहा कि सेनाओं ने सशस्त्र तरीके से सैनिकों को इकट्ठा करने और अभियान चलाने की क्षमताओं में अहम प्रगति की है।रावत ने कहा कि मेरा सैनिकों को संदेश है कि वो जवाब देने में कोई ढील न करें।