काहिर। येरुशलम को इजराइल की राजधानी बनाए जाने के अमेरिका के फैसले का अरब लीग ने एक सूर में विरोध किया है। अरब लीग ने येरुशलम को राजधानी के रूप में विकसित करने से हिंसा बढ़ने की आशंका जताई है। अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घेइत ने लीग की वेबसाइट पर जारी अपने बयान में कहा है कि येरुशलम को इजारइल की राजधानी के रूप में विकसित करना कतई तर्कसंगत नहीं है क्योंकि इससे शांति और स्थिरता के बजाए कट्टरता और हिंसा को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इससे केवल शांति विरोधी इजरायल सरकार को बहुत अधिक फायदा होगा। आपको बता दे की अमेरिकी प्रशासन के एक अधिकारी द्वारा अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से ऐसी घोषणा की संभावना व्यक्त किए जाने के एक दिन बाद घेइत का यह बड़ा बयान सामने आया है। गौरतलब है कि फिलिस्तीनी लोग येरुशलम को अपनी भावी राजाधानी के रूप में हमेशा से देखते आए हैं।
वहीं दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय यहूदियों, मुसलमानों और ईसाई धर्म के पवित्र स्थान येरुशलम के सभी हिस्सों पर इजरायल के दावे को पूरी तरह मान्यता नहीं देता। ट्रंप की ये घोषणा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की नीति से विल्कुल अलग होगी। अमेरिका के ज्यादातर पूर्व राष्ट्रपति येरुशलम के मुद्दे को आपसी बातचीत से हल करने के पूरी तरह पक्ष में थे। ट्रंप की इस घोषणा से फिलीस्तीन और खाड़ी देशों में और अधिक नाराजगी बढ़ सकती है।