नई दिल्ली। 8 नवंबर जी हां ये एक ऐसी ऐतिहासिक तारीख बन गई है जिसे कोई भूल नहीं सकता। जी हां ये वहीं तारीख है जिसे आधी रात को प्रधानंत्री मरेंद्र मोदी ने एक चौकाने वाला फैसला लेकर सभी को हिला दिया था। 8 नवबंर को पीएम मोदी ने रात 12 बजे 1000 और 500 के नोट बंद कर दिए थे। जिसके बाद लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। ठंड़ी के मौसम में ठिठुरते हुए लोगों ने बैंक और एटीएम की लंबी-लंबी लाइनों में रात काटी और दिन गुजारे। पीएम मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की थी और और आज 8 नवंबर 2017 तो इसे पूरा एक साल हो गया है।
बता दें कि जिस दिन से नोटबंदी हुई है तभी से केद्र सरकार लगातार कांग्रेस के नशाने पर बनी हुई है और आज जबकि नोटबंदी को एक साल हो गया है तो केंद्र की एनडीए सरकार की ओर से बीजेपी तो वही कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष नोटबंदी के मुद्दे पर आमने-सामने होंगे। बीजेपी नोटबंदी के एक साल पूरे होने के मौके पर बुधवार को ‘काला धन विरोधी दिवस’ मनाने वाली है, जबकि कांग्रेस इसे ‘काला दिन’ के तौर पर मनाएगी। कांग्रेस ने नोटबंदी के फैसले का खूब विरोध किया था।
बुधवार को कई केंद्रीय मंत्रियों सहित बीजेपी के वरिष्ठ नेता देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर नोटबंदी के फायदे गिनाएंगे। नोटबंदी को जन विरोधी करार देते हुए कांग्रेस और कई विपक्षी पार्टियां देश भर में इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगी। विपक्ष की आलोचना से बेपरवाह भाजपा ने दावा किया है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था स्वच्छ हुई है।
वहीं ये मंत्री राज्यों की राजधानियों में करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अनंत कुमार, निर्मला सीतारमण, मुख्तार अब्बास नकवी, सुरेश प्रभु और स्मृति ईरानी क्रमश: मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, चंडीगढ़, जयपुर और लखनऊ में मीडिया से बात करेंगे। केंद्रीय प्रकाश जावड़ेकर बेंगलूर और पीयूष गोयल अहमदाबाद में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, जबकि जयंत सिन्हा को भी इससे जुड़ी कोई जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में रहेंगे।