अमृतसर। कुलभूषण जाधव मामले के सामने आने के बाद अब पंजाब के अमृतसर से एक परिवार अपने बच्चे की वतन वापसी की मांग कर रहा है। इस परिवार का कहना है कि उनका बच्चा 33 साल पहले पाकिस्तान की सीमा में पहुंच गया था जिसे पाक रेंजर्स ने पकड़ लिया था।
किसी भी मां-बाप के लिए अपने बच्चों से रुसवाई का दर्द बेइंतहा होता है। वो माता-पिता ही होते है जो बच्चों को सही गलत की पहचान कराते है। लेकिन दो दिन से कुलभूषण जाधव के बारे में लगातार मिल रही खबरों से एक मां का सीना इस कदर दर्द से छन्नी हो रहा है कि उनसे अपने बच्चे की वापसी की गुहार लगाई है। कहा जा रहा है जाधव की खबर सुनकर उनके घर में सोमवार (10-4-17) से ही सन्नाटा पसरा पड़ा है। आसपास के लोग उनके घर खाना लेकर जाते हैं लेकिन परिवार वालों के गले से खाने का एक भी निवाला नीचे नहीं उतरता।
नानक परिवार अमृतसर के गांव कोट रजादा में रहता है। फरियादी मां का नाम प्यारी कौर है और उसके बेटे का नाम नानक है। कौर का कहना है कि कई साल पहले उनका बेटा भैंसो को चराते समय पाक की सीमा में चला गया और फिर कोट लखपत ने उसे जेल में बंद कर दिया है।
कुलभूषण जाधव मामले में ये है पाक का दावा?
पाकिस्तान का दावा है कि कुलभूषण पाकिस्तान में रॉ की तरफ से जासूसी करता था और कई आतंकी गतिविधियों में भी संलिप्त था। आपको बता दें कि इससे पहले लगातार पाकिस्तान कहता रहता था कि उसके पास कुलभूषण को दोषी करार देने के लिए उनके पास कोई सुबूत नहीं थे। उल्लेखनीय है कि फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल द्वारा दी गई फांसी की सजा पर पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा ने अपनी मुहर लगा दी है। आईएसपीआर के मुताबिक, जाधव को गत साल 3 मार्च को बलूचिस्तान के मश्केल इलाके से गिरफ्तार किया गया था औ उनके उपर पाकिस्तान में जासूसी करने और सिंध व बलूचिस्तान में अशांति फैलाने का आरोप है जो साबित हो गया है।