पटना। बिहार के पटना पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित ने अपने दौरे के दौरान संगठन के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।अमित शाह का भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, पूर्व अध्यक्ष मंगल पाण्डेय, केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रविंद्र किशोर सिन्हा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नंद किशोर यादव और नेता प्रतिपक्ष डॉ. प्रेम कुमार ने स्वागत किया और उनके लिए नारे भी लगाये। अमित शाह एयरपोर्ट से सीधे पटना सिटी के तख्त हरमंदिर साहिब के दरबार में पहुंचे और वहां उन्होंने मत्था टेका, कीर्तन सुना।
हरमंदिर साहब में मत्था टेकने के बाद अमित साह कार्यकर्ताओं के साथ श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल पहुंचे। वहां जनसंघ के संस्थापक व एकात्म मानववाद के प्रचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के संपूर्ण विचारों, बौद्धिक संवादों और आलेखों के 15 खंडों का संपूर्ण वांग्मय का लोकार्पण किया। इस मौके पर उनके साथ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष और पद्मश्री से सम्मानित रामबहादुर राय, प्रज्ञा प्रवाह के केंद्रीय मार्गदर्शक राम आशीष जी तथा महेश चंद्र शर्मा मौजूद रहे|
अमित शाह ने कहा कि मेरे लिये गर्व की बात है कि मैं उस वक्त अध्यक्ष हूं, जब पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती मनायी जा रही है। भारत सरकार इस जन्मशती को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मना रही है| आज भी भाजपा उसी विचार पर चल रही है। अमित शाह ने कहा कि जब जनसंघ की स्थापना हुई थी और जिस उद्देश्य से स्थापना हुई उस समय को भी समझना होगा। जनसंघ एक ऐसा राजनीतिक दल था, जिसमें सभी विचारधारा के लोग शामिल थे। उस सरकार ने शिक्षा नीति, विदेशी नीति और आर्थिक नीति बनाने की पहल की थी। विदित हो कि एकात्म मानववाद के प्रचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के संपूर्ण विचारों, बौद्धिक संवादों और आलेखों के 15 खंडों का संपूर्ण वांग्मय का लोकार्पण राजधानी दिल्ली, रायपुर, जयपुर, लखनऊ के बाद मंगलवार को पटना में किया गया।