वॉशिंगटन। अमेरिका को रूस और चीन से बढ़ते खतरे को लेकर अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कहा कि अमेरिका चीन और रूस से बढ़ते खतरों का सामना कर रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हाल के कुछ सालों में अमेरिकी की मिलिटरी के फायदे कम फायदे हुए हैं। ये बात उन्होंने पैंटागन के विजन के लिए नैशनल डिफेंस डॉक्यूमेंट का अनावरण करते हुए ये बात कही। मैटिस ने कहा कि हम चीन और रूस के रूप में अलग-अलग संशोधनवादी शक्तियों से बढ़ते खतरों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका की सेवा अभी भी मजबूत है, फिर भी हमारी क्षमता युद्ध के क्षेत्र की अपेक्ष कम हुई है, इसमें केवल थल सेना नहीं, बल्कि वायु सेना और नौ सेना भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन को चिंता है कि अमेरिकी सैन्य बल बजट की कमी के प्रभाव को महसूस कर रही है, और एक आदर्श शक्ति को बहाल करने के लिए उसे पूरी तरह फिर से शुरू करने की आवश्यकता है। मैटिस ने कहा कि अमेरिका आतंकवाद को खत्म करने के लिए अभियान चला रहा है, जिसे वो आगे भी जारी रखेगा। लेकिन अब यूएस नेशनल सिक्यॉरिटी का मुख्य मुद्दा आतंकवाद नहीं बल्कि ग्रेट पावर कॉम्पिटिशन होगा। उन्होंने इराक और सीरीया में इस्लामिक स्टेट की शक्तियों को कम करने को लेकर कहा कि हमने इसे कम किया है, लेकिन अब हमें आईएस, अलकायदा और दूसरे आतंकी संगठनों की शक्तियों को भी कम करना होगा।
उन्होंने कहा कि ये सारे संगठन अमेरिका समेत पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। गौरतलब है कि उनके द्वारा पेश किए गए डॉक्युमेंट में साफ नजर आ रहा है कि अमेरिका साऊथ चाइना सी में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत को लेकर चिंतित है। इससे दुनिया भर में चीन का राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव बढ़ा है। वहीं अमेरिका रूस की अक्रामक सैन्य गतिविधियों को लेकर भी चिंतित है। हाल के दिनों में यूक्रेन और सीरिया के युद्ध में रूस की भागीदारी बढ़ी है।