इस्लामाबाद। दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाउट हाउस से एक ऐसा बयान जारी किया है जिसे जिस-जिसने भी सुना भौचक्का रह गया। फरमान ये कि…अब सीरिया, यमन, सोमालिया, इराक, ईरान, सूडान, लीबिया जैसे देशों के लोगों की अमेरिका में इंट्री बैन है यानि कि उन्हें अब वीजा नहीं मिलेगा।
इस फरमान के बाद से ही ट्रंप को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन पाकिस्तान के तहरीक ए इंसाफ पार्टी के नेता इमरान खान ने ट्रंप के इस बैन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं दुआ करता हूं कि वो पाकिस्तानियों को वीजा देना बंद कर दें क्योंकि इसके बाद ही हम अपने देश की मुश्किलों को ठीक करने की कोशिश करेंगे।इमरान ने ये बयान साहीवाल में हुई रैली के दौरान दिया।
इस फरमान को जारी करते हुए पेंटागन के रक्षा सचिव जेम्स मट्टीज ने बताया कि प्रतिबंधित अवधि के बाद भी शरणाथियों का प्रवेश सशर्त और स्पष्ट कारणों के बाद ही दिया जा सकेगा और इसके लिए उन्हें उनके देश की अनुमति के साथ -साथ होमलैंड सुरक्षा विभाग , राज्य सरकार और राष्ट्रीय इंटेलिजेंस निदेशालय की अनुमति लेनी होगी। सूत्रों ने कहा कि इस्लामिक देशों द्वारा विश्व में चलायी जा रही आतंकवादी गतिविधियों के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। रक्षा सचिव ने बताया कि ऐसे लोगों के वीजा भी निलंबित कर दिए गये हैं और नए शासकीय आदेश के अनुसार प्रकिया और व्यवस्था में बदलाव लाने की प्रशासनिक तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं।
शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद ट्रंप ने कहा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और सऊदी अरब उन देशों में शामिल नहीं हैं, जिनके नागरिकों को अमेरिका आने के लिए वीजा प्रतिबंध का सामना करना पड़ेगा। सभी देशों के शरणार्थियों के आने पर कम से कम 120 दिनों तक के लिए रोक लगा दी गई है मगर सीरिया के शरणार्थियों के लिए यह आदेश अनिश्चितकालीन रहेगा। इस फैसले से अमेरिका में शरणाथियों के कारण देशवाशियों को होने वाली परेशानी घटेगी और शरणाथियों की संख्या भी देश से घटेगी |