लखनऊ। शपथ लेने के साथ एक्शन में आए योगी आदित्यनाथ ने अपना एजेंडा बिल्कुल साफ कर दिया है। पहले उन्होंने अधिकारियों का स्वच्छता की शपथ दिलाकर राजधानी लखनऊ के सभी पुलिस थानों की सफाई करवाई और फिर राजभवन में भी सफाई के आदेश दे दिए। इतना ही नहीं उन्होंने सरकारी कार्यालयों में पान-गुटखा खाने पर भी रोक लगा दी। इसी बीच योगी आदित्यनाथ ने सरकारी व्यवस्था को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
ये हैं योगी के निर्देश
-सभी सरकारी कार्यालयों में हाजिरी दर्ज कराने के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था लागू की जाए।
– राजकीय अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए।
-सस्ती दर पर उपलब्ध होने वाली जेनेरिक दवाओं की 3 हजार दुकानें खोलने की व्यवस्था की जाए.
-किसानों को लाभ मिल सकें इसलिए गेहूं खरीद की पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गेहूं खरीद लक्ष्य को 40 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर लगभग 80 लाख मीट्रिक टन किया जाए।
– सूखा एवं बाढ़ से होने वाली किसानों की मौत के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारी जिम्मेदा मानें जाएंगे।
-पंजीकृत दागी फर्गों एवं माफिया किस्म के ठेकेदारों का पंजीयन समाप्त कर अच्छी संस्थाओं एवं व्यक्तियों को मौका दिया जाए।
-अवैध खनन की शिकायतों के लिए जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सीधे जिम्मेदार होंगे।
-अपराधियों, तस्करों, भू माफियाओं आदि पर बिना किसी भेदभाव के सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
– भाषा विभाग में राजनैतिक नियुक्तियों को तत्काल प्रतिबंधित किया जाए।
-इलाहाबाद, मेरठ, आगरा, गोरखपुर और झांसी नगरों में भी मेट्रो चलाने के लिए तेजी से डीपीआर तैयार किया जाए।