लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए कानपुर के कैप्टन आयुष यादव का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच गया है। शहीद के घर पहुंचते ही परिवार वालों में शोक की लहर दौड़ गई। परिवार वालों को संतोना देने के लिए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहुंचे।
शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाते हुए अखिलेश ने केंद्र और राज्य सरकार से घाटी के बिगड़ते हालातों पर ठोस कदम उठाने और आतंकी हमलो पर कार्यवाही करने की बात कही। अखिलेश ने कहा कि केन्द्र सरकार बयान बाजी व बातचीत का दौर खत्म करें और पड़ोसी मुल्क में चलाएं जा रही आतंकी संगठनों के सफाये के लिए रणनीति बनाए। आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाए। यही हमारे देश के जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
साथ ही कहा कि समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात भी कही। इसके तहत उन्होंने नक्सली व आतंकी हमलों के लिए ठोस कार्यवाही करने को केन्द्र सरकार से आगे कदम बढ़ाए जाने की अपील की। शहीद के शोक संतृप्त पिता एसआई अरूणकांत सिंह यादव व मां सरला से बातचीत कर उन्होंने कहा, हम दुख की घड़ी में आपके साथ है। बेटे की शहादत देश कभी भुला नहीं पाएगा।
अखिलेश ने कहा कि शहीदों के परिवारों को पहले की तरह ही मद्द दिए जाने की बात कही। इस दौरान भारी संख्या में सपा नेता व कार्यकर्ताओं की भीड़ भी शहीद के घर पहुंची, जिससे काबू करने में पुलिस को काफी मशक्क्त करनी पड़ी।
30 लाख की आर्थिक मदद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना के कैम्प पर हुए हमले में सैनिकों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इस हमले में शहीद हुए प्रदेश के कैप्टन आयुष यादव के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए शहीद के परिजनों को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।