लखनऊ। अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही नरेश उत्तम की प्रदेश अध्यक्ष पद पर ताज पोशी कर दी है। अखिलेश समर्थकों ने पार्टी के दफ्तर पर कब्जा जमा लिया है। समाजवादी परिवार का दंगल एक रोचक मोड़ पर जा पहुंचा है।
समाजवादी पार्टी में सियासी घमासन तेज हो गया है। रामगोपाल और अखिलेश यादव के अधिवेशन को मुलायम और शिवपाल ने असंवैधानिक करार देते हुए गलत बताया। फिर शुरू हुआ पार्टी के भीतर कार्रवाईयों का दौर अधिवेशन में प्रदेश अध्यक्ष पद से शिवपाल के हटाये जाने को अखिलेश ने मुहर लगाते हुए नरेश उत्तम को नया प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत कर दिया।
इसके बाद अखिलेश समर्थकों ने पार्टी के दफ्तर को अपने कब्जे में लेते हुए । नरेश उत्तम के लिए दफ्तर के दरवाजे खोल कर उनका स्वागत किया। फिलहाल शिवपाल और मुलायम लगातार अखिलेश और उनके समर्थन में आये समाजवादियों पर चुन-चुन कर कार्रवाई की गाज गिरने में लगे हैं। फिर एक बार समाजवादी परिवार का ये दंगल एक रोचक मोड़ लेता जा रहा है। अब आने वाला वक्त तय करेगा का कि किसी समाजवादी है और कौन समाजवादी से बाहर।