नई दिल्ली। फिल्म पद्मावती को लेकर विवादों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। फिल्म की शूटिंग को लेकर पहले ही विवाद उठा था। अब भाजपा के साथ कांग्रेस और अन्य हिन्दूवादी संगठनों के साथ राजपूत भी फिल्म के प्रदर्शन को लेकर काफी नाराज हो गए हैं। संजय लीला भंसाली की आने वाली इस फिल्म पद्मावती को लेकर अब राजनीतिक दलों और केन्द्र सरकार के मंत्रियों के बयान भी आने लगे हैं।
पहले इस विवाद में केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री उमा भारती कूद पड़ी थीं, उन्होने फिल्म को लेकर एक खुला खत लिखा था। उमा ने निर्माता और निर्देशक पर फिल्म में तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। अब इस मामले में सरकार में उनके साथी और कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह भी कूद पड़े हैं। गिरिराज सिंह ने बताया है कि फिल्म में किरदार को निर्माताओं ने गलत तरीके से दिखाया है। रानी पद्मावती एक वीरांगना थी वह कभी किसी के सामने नहीं झुकीं। अपने आत्मसम्मान के लिए उन्होने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
गिरिराज सिंह का बयान इतने पर ही नहीं थमा उन्होने बॉलीवुड निर्माताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या उमनें किसी और घर्म पर फिल्म बनाने का दम है। हमेशा बॉलीबुड के लोग अक्सर हमारे देवी-देवताओं और एतिहासिक किरदारों पर विवादित फिल्में ही क्यूं बनाते हैं। क्या किसी में दम है किसी और धर्म और मजहब से जुड़े किरदार पर फिल्म बनाने का। फिल्म को लेकर उठा विवाद अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई संगठन पहले ही अपना विरोध जता चुके हैं।