रूड़की। दुनिया भर में उच्च तकनीकी शिक्षा के लिये मशहूर आईआईटी रुड़की एक बार फिर चर्चा में है और चर्चा की वजह है स्टूडेंट्स को आईआईटी की कैंटीन का खाना खाने के बाद फ़ूड पॉइज़निंग होना और उससे भी बड़ी बात मामले को आईआईटी प्रशासन द्वारा दबाया जाना।
दरअसल मामला 25 जनवरी की शाम का है, जब आईआईटी के कॉटले भवन की कैंटीन में विद्यार्थियों को खाना परोसा गया तो खाना खाने के बाद से ही कुछ छात्रों की तबियत बिगड़ने लगी और धीरे- धीरे ये संख्या 2-4 से बढ़कर 40 से 50 तक पहुंच गई। आनन्-फानन में आईआईटी प्रशासन ने छात्रों को आईआईटी कैम्पस में ही स्थित अस्पताल में एम्बुलेंस से ले जाया गया जहाँ उन्हें इलाज के बाद छुट्टी भी दे दी गई।
जब इस मामले को जानने के लिये आईआईटी के अस्पताल प्रशासन और आईआईटी के स्टूडेंट्स डीन से संपर्क करना चाहा तो उन्होंने ना केवल ऐसे किसी भी मामले से इंकार किया बल्कि कैमरे के सामने आने से भी मना कर दिया उसके बाद आईआईटी के कॉटले भवन में छात्रों से ये जानना चाहा तो खुले तौर पर कैमरे से उन्होंने परहेज़ किया लेकिन ख़ुफ़िया मोबाईल में सारा चिठ्ठा खोल कर रख दिया।
रुड़की आईआईटी में फ़ूड पॉइज़निंग का ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी दो साल पहले आईआईटी रुड़की के ही राजेंद्र भवन की कैंटीन में फ़ूड पॉइज़निंग का ऐसा ही मामला सामने आया था लेकिन उसके बाद भी आईआईटी रुड़की का प्रशासन छात्रों को परोसे जाने वाले खाने के मामले में लापरवाह बना हुआ है। दुनिया भर में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता का प्रतीक आईआईटी रुड़की अपनी कैंटीनों में छात्रों को परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता में कब सुधार करेगा ये देखना अभी बाकी है।
शकील अनवर, संवाददाता