लखनऊ: भारतीय इतिहास और संस्कृति में ताजमहल के महत्व को लेकर उठे विवादों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ आज ताजमहल के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने झाड़ू लगाकर सफाई अभियान पर जोर दिया तो वहीं सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी की तरफ से कई योजनाओं का ऐलान भी किया जा सकता है।
गौरतलब है कि बीते दिनों बीजेपी नेताओं की तरफ से ताजमहल पर विवादास्पद वयान दिए गए थे। इस पर सीएम योगी ने सीधे तौर पर इसे नेताओं की निजी राय बताया था और ताज महल को पर्यटन के हिसाब से प्रमुख तौर पर जोर देने की बात भी कही थी।
सीएम योगी ने आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन पर जोर देने के लिए, साथ ही पारंपरिक कड़ियों को जोड़ने के लिए काफी कुछ काम किए हैं। चाहें छोटी दीपावली पर अयोध्या में उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर असंख्य दीपों की रोशनी से जगमगाता अर्द्धचंद्रकार घाट हो या फिर चित्रकूट में योगी आदित्यनाथ के द्वारा की गई महाआरती की बात हो। इन दोनों ही स्थानों पर भव्य समारहों की योगी सरकार की राजनैतिक एजेंड़े से कोई अंजान नहीं है। इनमें से जहां अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि रही है तो वहीं चित्रकूट भगवान राम की लीलाभूमि में शुमार है। लेकिन इसी क्रम में ताजमहल का दौरा कर सीएम योगी ने ये साफ किया है कि उनकी मंशा उत्तर-प्रदेश में पर्यटन को और ज्यादा कारगर करने की है।
बता दें, सीएम योगी ने बढ़ते विवादों के बावजूद ताजमहल का दौरा किया। सीएम योगी पहले ही ताजमहल के मुद्दे पर अपना रुख साफ कर चुके हैं, सीएम योगी ने कहा था कि “हमें इसकी तह में जाने की जरूरत नहीं है कि ताजमहल क्यों, किसने और किस उद्देश्य से बनाया। महत्वपूर्ण ये है कि ताजमहल भारत के मजदूरों और भारत माता के सपूतों के खून-पसीने की कमाई से बना हुआ है। वह एक पुरातात्विक इमारत है जिसका संरक्षण और संवर्धन जरूरी है। वह अपनी वास्तु के लिए विश्व विख्यात है।”
बात अगर राजनैतिक मंशा की कि जाए तो ताजमहल का दौरा कर सीएम योगी ने राजनीतिक गलियारों में चल रही उन सभी बढ़ती बहसों पर विराम चिन्ह लगा दिया है जिसमें ये हलचल थी कि योगी सरकार एक एजेंड़े के तहत काम कर रही है।