काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दो मस्जिदों पर फिदायीन हमला किया गया है। इन हमलों में 63 लोगों की मौत और 120 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल है। बता दें कि काबुल के जिस इलाके में ये हमला हुआ है वहां पर ज्यादातर देशों की एम्बैसीज स्थित है। इस हमले के बाद पूरे शहर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
हमले को लेकर अफगान सेना के मेजर जनरल अलीमस्त मोहम्मद ने बताया कि पहला हमला काबुल की शिया मस्जिद पर किया गया, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हमले के चंद मिनटों के बाद दूसरा हमला एक सुन्नी मस्जिद पर भी किया गया, जिसमें 63 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि हाल के कुछ सालों में अफगानिस्तान के शिया मुसलमानों पर हमले तेज हो गए है। इससे पहले शियाओं को निशाना बनाकर काबुल के दश्त-ए-बारचीव इलाके में हमला किया गया था। ये हमला उस दौरान हुआ जब जुम्मे की नमाज के लिए लोग मस्जिद में एकत्रित हुए थे।
इस दौरान हमलावर मस्जिद में मौजूद लोगों के बीच पहुंचा और उसने खुद को उड़ा लिया। हमले के बाद मस्जिद में हर तरफ लाशों का अंबार लग गया। वहीं दूसरा हमला घोर प्रांत की सुन्नी मस्जिद में किया गया। घोर प्रांत के एक पुलिस अधिकारी ने बताया की एक लोकल नेता को निशाना बनाने के लिए ये हमला किया गया था, जिसकी कीमत 33 लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। गौरतलब है कि अभी तक दोनों हमलों की जिम्मेदारी किसी भी संगठन ने नहीं ली है, लेकिन इन हमलों का सीधा शाक तालीबान और हक्कानी आतंकवादी समूह पर जा रहा है।