भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह सरकार द्वारा एक जुलाई से सभी 51 जिला कलेक्टरों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने का अधिकार दे दिया है । इसके विरोध में मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के नेतृत्व में बोर्ड ऑफिस चौराहे पर अपने आप को बेड़ियों में बांधकर प्रदर्शन किया ।
बता दें कि अग्रवाल ने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान ने किसानों, व्यापारियों व आम जनता की आवाज को कुचलने के लिए लोकतंत्र की हत्या करते हुए प्रदेश में आपातकाल की स्थिति पैदा कर दी है। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि तत्काल इस आदेश को वापस लिया जाए । रासुका लगाना लोकतंत्र की हत्या करने के समान है। आपातकाल की 42वीं वर्षगांठ पर शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश में अघोषित आपातकाल लगा दिया है ।
साथ ही उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार द्वारा लगातार लोगों के लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। पिछले दिनों मंदसौर में 6 किसानों की सामने से गोलियां चलाकर हत्या कर दी गयी । इसी क्रम में रासुका लगाकर किसान- व्यापारी या किसी भी सामान्य व्यक्ति की आवाज को कुचला जायेगा । आम आदमी पार्टी घोषणा करती है कि वो इस काले कानून को मध्य प्रदेश में लगाने नहीं देगी । यदि यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो मैं 29 जून को 24 घंटे का अनशन करूंगा, यदि उसके बाद भी ये आदेश वापस नहीं लिया गया तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन किया जायेगा ।
गौरतलब है कि शिवराज सिंह सरकार ने मध्य प्रदेश राजपत्र ( असाधारण) क्र. 276, दिनांक 19 जून, 2017 के द्वारा प्रदेश के सभी जिला दंडाधिकारियों को रासुका की धारा 3(3) के तहत दिनांक 1 जुलाई से 30 सितम्बर के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के धारा 3(2) के तहत किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने का अधिकार दे दिया है।