लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरक्षा सम्मेलन के उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में गोमांस का निर्यात पूर्णतः प्रतिबंधित है। यहां से एक तिनका भी गोमांस का निर्यात नहीं होता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की यह पहली सरकार है जिसने अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों को बन्द करने का काम किया है। वह सरस्वती कुंज निरालानगर के माधव सभागार में विश्व हिन्दू परिषद के गोरक्षा विभाग द्वारा आयोजित गौरक्षा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब गौ हत्या करने वालों की जगह जेल में होगी। इसके अलावा प्रदेश की गोचर भूमि को चिन्हित कर भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराने का काम सरकार करेगी। सरकार ने एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन कर 45 हजार हेक्टेयर भूमि को भू-माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक परिवार के साथ एक-एक गौ-वंश को जोड़ने की जरूरत है। गौ-वंश को जैविक खेती के साथ जोड़ सकते हैं। सरकार प्रदेश भर में गौ-शाला खोलेगी लेकिन उसके संचालन का दायित्व स्थानीय कमेटियों को उठाना पड़ेगा।
वहीं सम्मेलन में देशभर के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। कार्यक्रम में गौरक्षा विभाग के संगठन मंत्री खेमचन्द्र शर्मा, विहिप के केन्द्रीय मंत्री हुकुमचंद सांवला, राजेन्द्र सिंघल, संतराम गोयल, विहिप के केन्द्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पुरूषोत्तम नारायण सिंह, जितेन्द्र पाण्डेय प्रमुख रूप से उपस्थित थे।