नई दिल्ली। सुबह 4 बजे से लेकर रात के 11 बजे 18 घण्टे तक काम करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उम्र 66 साल हैं। इस उम्र में भी वो काफी चुस्त और फुर्तीले रहते हैं, क्या हैं उनके इस चुस्ती का राज, कैसे इस उम्र में भी मोदी फील करते हैं तरोताजा। राजनितीक विश्लेषकों की मानें तो मोदी के काम करने का तरीका बिलकुल कॅापोरेट स्टाईल में हैं। उनका भाषण लोगों को अच्छे काम करने के लिए प्रेरित करता हैं उनके भाषण को सुनने के लिए लोगो की लम्बी कतारे लग जाती हैं।
मोदी सुबह 4 बजे उठते हैं। मोदी अपने दिन की शुरुआत एक कप चाय के साथ करते हैं उसके बाद वो पीएमो की वेबसाईट पर एक नजर डालते हैं इसके साथ ही वो ट्वीटस, मैसेज पर आने वाली प्रतिक्रियाओं पर भी नजर रखते हैं। अपने बिजी दिन को तनावमुक्त बनाने के लिए वो आधे घण्टें का योगासन भी करते हैं और आधे घण्टें का मेडिटेशन भी करते हैं। मोदी को इस बात से कोई फर्क नही पड़ता कि वो देश में हैं या विदेश में वो अपनी इस दिनचर्या को बड़ी ही तन्मयता से फॅालों करते हैं।
मोदी 9:00 बजे अपने पसंदीदा गुजराती नाश्ते के साथ कुछ जरुरी फोन कॅाल्स भी करते हैं। साथ ही कार्यालय निकलने से पहले सभी जरुरी फाइलों को चेक कर लेते हैं। मोदी ठीक 9:30 बजे अपने कार्यालय पहुंच जाते हैं। अपने कार्यालय पहुंचने के बाद वो अपने मंत्रियों से पूरे दिन के काम का विवरण लेते हैं। आपको बता दें अपने कर्मचारियों को प्रोत्साहित करके उनके काम में सुधार लाने के लिए मोदी ने ‘इम्प्लॉय ऑफ द वीक’ और ‘इम्प्लॉय ऑफ द ईयर’ का भी प्रावधान रखा है।