पटना। बिहार में शिक्षा व्यवस्था आए दिन चर्चा का विषय बनती है। ऐसे में सरकारी स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझते हैं और कुछ तो ऐसे भी स्कूल हैं जहां पर तीन तीन साल से शिक्षकों के नाम पर कोई नहीं आया। पटना जिला प्रशासन ने नगर निकायों द्वारा चलाए जा रहे ऐसे 538 शिक्षकों का खाका तैयार किया है जो कई सालों से स्कूल नहीं पहुंचे हैं।
बिहार में शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधरेगी जब तक शिक्षक ही स्कूलों में नहीं होंगे और कैसे छात्र अपने सुखद भविष्य की कामना कर पाएंगे। हालांकि बताया जा रहा है कि अगर कोई शिक्षक स्कूल में आता भी है तो सैलरी नहीं मिलती है। लेकिन गौरतलब करने वाली बात तो ये है कि स्कूल के रजिस्टरों में तो शिक्षकों की मौजूदगी होती है पर जमीनी हकीकत इससे अलग ही होती है। वही 538 में से 300 शिक्षकों के इस्तीफे तक स्वीकार नहीं किए गए हैं। इस्तीफे स्वीकार ना किए जाने के कारण नए शिक्षकों की नियुक्तियां भी नहीं हो पा रही है।