चंडीगढ़। चंड़ीगढ़ में दस साल की रेप पीड़िता ने बेटी को जन्म दिया है। इस बच्ची के साथ उसके चाचा ने कई बार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। बता दें कि अस्पताल के सूत्रों का कहना है कि बच्ची और मां दोनों की हालत स्थिर है। नवजात को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। क्योंकि उसका वजन कम है। बच्ची का प्रसव सिजेरियन सर्जरी द्वार कराया गया है। पिछले महीने कोर्ट ने पीड़िता को गर्भपात कराने की याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने फैसला पीड़िता के स्वास्थ्य को देखते हुए लिया था। क्योंकि 35 सप्ताह के गर्भपात में उसकी जान को खतरा था।
बता दें कि अदालत मेडिकल बोर्ड द्वारा की गई सिफारिश को ध्यान में रखते हुए कहा कि हम मानते हैं कि ये फैसला लड़की के हित में होगा और न ही 32 सप्ताह के भ्रुण के हित में हम गर्भपात की याचिका को खारिज करते हैं। कोर्ट का ये आदेश वकील आलोक श्रीवास्तव की एक जनहित याचिका पर आया था। जिसमें अदालत ने 18 जुलाई को चंड़ीगढ़ की जिला अदालत द्वारा गर्भपात कराए जाने से इंकार करने पर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया थी।