नई दिल्ली। तीन तलाक हमारें देश का सबसे बड़ा मामला बन गया हैं, फिर भी इस मामलें में महिलाओं को कोई आराम नही मिला हैं इस दौरान तीन तलाक के ऐसे मामले भी सामने आए हैं। जिनकी वजह से महिलाओं की जिंदगी बर्बाद हो गई किस्सा पुराना हैं लेकिन दर्द नया। तीन तलाक के 5 ऐसे किस्से जिन्हे पढ़कर किसी के भी आंख से आंसू आ जाये।
शराब पीने के पैसे नही दिये तो तलाक
बिहार में बेगूसराय जिले के वीरपुर थाना क्षेत्र में एक महिला को उसके पति ने तीन बार ‘तलाक’ बोलकर छोड़ दिया। वीरपुर पश्चिमी पंचायत की रहने वाली रुबेदा खातून का 22 साल पूर्व मोहम्मद शकील से निकाह हुआ था। इस दौरान मोहम्मद शकील को शराब की लत लग गई. छह बच्चों की मां रुबेदा इधर-उधर काम कर किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण करती है। लेकिन शकील अक्सर पत्नी से शराब के पैसे मांगता था। उसके साथ मारपीट करता था. बीते मंगलवार को भी शकील ने अपनी पत्नी से पैसे की मांग की। जब उसने पैसे नहीं दिए तो वह तीन बार ‘तलाक’ बोलकर चला गया। इसके बाद रुबेदा ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
पोस्टकार्ड के जरिए लिया तलाक
हैदराबाद में एक शौहर ने पोस्टकार्ड से अपनी बीवी को तलाक दे दिया. पोस्टकार्ड देखकर मुस्लिम महिला हैरान रह गई। उस महिला के होश उड़ गए। पोस्टकार्ड पर उसके पति ने तीन बार तलाक लिखकर उसे भेजा था। उसने लिखा कि वो उसे तलाक दे रहा है। अब उनका कोई संबंध नहीं है। महिला यह देखकर परेशान हो गई। लेकिन उसने समझदारी से काम लिया और सीधे संबंधित पुलिस स्टेशन जा पहुंची। उसने अपने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। महिला इस बात से काफी परेशान है।
पति के तलाक के बाद, जेठ देवर ने दिखाई दरिदंगी
मामला यूपी के मुजफ्फरनगर की रहने वाली पीड़ित महिला की हैं पीड़ीत की शादी 6 बरस पहले हुई थी। शादी के बाद से ही लगातार ससुराल वाले दहेज को लेकर इस पर जुल्म करते आ रहे हैं। उससे एक कार और 2 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। उसके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया गया। इसी दौरान उसके पति ने मौखिक तौर पर 3 बार तलाक कहकर महिला को तलाक दे दिया। उसे घर से निकालने की कोशिश की। जब वह घर नहीं निकली तो उसके जेठ और देवर ने उसके साथ गैंगरेप किया और फिर उस महिला को आग के हवाले कर दिया। कुछ पडोसियों ने 100 नंबर पर फोन किया और पुलिस ने मौके पर जाकर महिला को बचाया। अभी तक ये हरकत करने वाले आरोपी आज़ाद घूम रहे हैं।
तलाक देकर गर्भवती को घर से निकाला
सहारनपुर जनपद के ननौता नगर में एक शख्स ने एक बाद एक दो बेटी पैदा हो जाने के बाद अपनी गर्भवती पत्नी शगुफ्ता को तीन बार तलाक-तलाक कह कर घर से निकाल दिया था। महिला पति से गुहार लगाती रही। रोती रही चिल्लाती रही लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा. उसने अपनी गर्भवती पत्नी को हाथ पकड़कर घर से बाहर निकाल दिया। परेशान होकर पीड़ित महिला शगुफ्ता ने पुलिस थाने का रुख किया। पीड़ीता ने मोदी को खत लिखकर तीन तलाक खत्म करने कील अपील भी की हैं।
न्याय नहीं मिला तो लगा ली फांसी
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक विवाहिता के लिए तीन तलाक जानलेवा साबित हुई। महिला को उसके पति ने शादी के एक साल बाद ही तलाक दे दिया था। महिला दस साल तक इंसाफ पाने के लिए अदालत में मुकदमा लड़ती रही और जब उसे न्याय नहीं मिला तो उसने फांसी लगाकर जान दे दी। गांव मंझपुरवा निवासी रफीक की बेटी आलिया का निकाह वर्ष 2007 में उनके गांव में ही रहने वाले इमरान के साथ हुआ था। शादी के करीब एक साल बाद दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई और इमरान ने आलिया को तीन बार तलाक तलाक कहकर घर से निकाल दिया। आलिया ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। मुकदमा शुरू तो हुआ लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। कोर्ट से केवल उसे तारीख पर तारीख मिलती रही। इसी बीच उसके पति इमरान ने दूसरी शादी की तैयारी कर ली। इस बात से परेशान होकर महिला ने फांसी लगा ली।
तीन तलाक पर रोज चर्चा होती हैं पर सरकार कोई भी कड़ें फैसले नही ले पा रही हैं वही दूसरी तरफ तीन तलाक से पीड़ीतो की संख्या में लगातार इजाफा होते जा रहा हैं।
सृष्टि विश्वकर्मा..