देवभूमि उत्तराखंड में देखने के लिए हजारों पर्यटक स्थल हैं लेकिन हरिद्वार और ऋषिकेश का अलग ही महत्व है। हरिद्वार से गंगोत्री के बीच मनमोहक पहाड़ और नदियों की धाराएं आपको मोह लेंगी। यहां के पर्यटन स्थल व तीर्थ पर घूमने का मौसम मई के पहले या अंतिम सप्ताह में आरंभ होता है। मंदिरों के खुलने की घोषणा भी इसी माह से हो जाती है। हरिद्वार नगरी को ही भगवान हरि (बद्रीनाथ) का द्वार माना जाता है, जो गंगा के तट पर स्थित है। इसे गंगा द्वार और पुराणों में इसे मायापुरी क्षेत्र कहा जाता है। यह भारत वर्ष के सात पवित्र स्थानों में से एक है।
ऋषिकेश हरिद्वार से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर है, जिसे पूरे एक दिन में घूमा जा सकता है। वैसे तो यहां काफी दर्शनीय स्थल देखने लायक है। जैसे- हरिद्वार का मंसादेवी-माया देवी का मंदिर, गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय, चंडी देवी का मंदिर, सप्तऋषि आश्रम, दक्ष प्रजापति का मंदिर, भीमगोड़ा तालाब, भारत माता मंदिर आदि। जहां दर्शन के लिए जाते समय आप रोप-वे का आनंद उठा सकते है।
इसी तरह हरिद्वार में हर की पौड़ी को ब्रह्मकुंड कहा जाता है। हरिद्वार अपने मंदिरों, स्नान घाटों एवं कुंडों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। हरिद्वार का मुख्य आकर्षण भारत की सबसे पवित्र नदी गंगा है। यहां आनेवाले तीर्थ यात्री यहां से गंगाजल ले जाना नहीं भूलते, उनका विश्वास है कि यह गंगा जल हमेशा शुद्ध ही रहता है।
उत्तराखंड के मनोहारी और मोक्षदायक माने जाने वाले श्रद्धा के केन्द्र हैं तथा यात्रा के दौरान कई मनोहारी दृश्य, वाटरफॉल, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, गहरी नदियां आदि आपकी इस यात्रा को आकर्षक बनाते हैं।